मेरा घर मेरे परिवार से है सम्पुर्ण

पिता की छत्रछाया से भरपूर 
माँ की ममता की छाव से निपुर्ण
भाई बहनो के मोह मे मै हो रहा परिपूर्ण
मेरा घर मेरे परिवार से ही है सम्पुर्ण

छोड़कर जाने वाले लोट कर नही आते 
और साथ देने वाले नही जाते कभी दूर 
परिवार वाले ही होते है जो आखरी साँस तक
हमसे खुशियाँ बाटते है भरपूर 

ना माँ की ममता को तोला जा सकता है
ना पिता के त्याग को समझा जा सकता
ना अपनो का साथ कोई दे सकता 
ना घर वालो की अहमियत को  नज़र अंदाज़ किया जा सकता 

तभी तो मेरा परिवार है मेरा आधार मेरा गुरुर। 
मेरा घर मेरे परिवार से ही है परिपूर्ण

Post a Comment

0 Comments